Monday, March 14, 2011

तुम कहोगी तो

तुम कहोगे , तो मुस्कुरायेगे,
तुम करोगे, तो याद आयेगे............
दिल में चाहत के कुछ तराने हैं ,
तुम कहोगे तो गुनगुनाएगे...................
तेरी मर्जी से जी रहे है हम
तुम कहोगी तो मर भी जायेगे.........................

Sunday, March 13, 2011

हाल -ए दिल

१.मुझे देखकर तुम जब यूँ मुस्कुराती हो
मै सोचता हूँ पता नही तुम मुझे देखकर मुस्कुरा रही हो
या फिर तुम्हें आदत है मुस्कुराने की,,,,,,,,,,,,
तुमसे अपना हाल - ऐ-दिल कह सके
लबो में हिम्मत कहा इतनी,
तुम्हे देखकर दिल ने सिर्फ चाहत की है,
तुम्हे पाने की................
मेरी फितरत है की मै जी भर के निहारु तुझको
पर पता नही क्यों इतनी जल्दी रहती है , तुझे घर जाने की..............
बिन तेरे अब तो अखरता है हर मंजर , हर लम्हा मुझको
इसलिए मैंने जुर्रत की है तेरी तस्वीर मेरे दिल में बसाने की....................
जब से देखा है तुझे भूल गया हूँ,,,कि मेरा भी बजूद है कुछ,,,,,,,,,
अब तो बस आदत सी हो गयी है ,खुद को भूल जाने की...............................